हॉलीवुड में अचानक क्यों बढ़ गई इंटिमेसी कॉर्डिनेटर की डिमांड
हॉलीवुड में #MeToo अभियान के बाद इंटिमेसी कॉर्डिनेटर रखे जा रहे हैं। हॉलीवुड में जहां सेक्स सीन्स या अंतरग दृश्यों को शूट करने की जरूरत पड़ती है वहां ये कॉर्डिनेटर मौजूद होते हैं।
प्रशिक्षित होने की वजह से ये लोग हॉलीवुड कलाकारों और प्रोडक्शन हाउस की मदद करते हैं ताकि शारीरिक संपर्क, गले लगाना, किसिंग, न्यूडिटी और सेक्स के नकली दृश्य जैसी संवेदनशील भूमिकाओं को ठीक ढंग से फिल्माया जा सके। कुछ ही सप्ताह पहले, अमरीकी कलाकारों के शक्तिशाली संगठन एसएजी-आफ़्टरा ने बेहद अहम दस्तावेज जारी किया है, जिसके मुताबिक हॉलीवुड में सेक्स सीन्स को फिल्माने के लिए इंटिमेसी एक्सपर्ट की नियुक्ति को जरूरी बना दिया गया है।
एलिसिया रोडिस न्यूयॉर्क की एक सेट पर मिशन के तहत टहल रही हैं, वहां चल रहे एक हॉलीवुड शूटिंग सीन पर उनकी पूरी नज़र है। ये शूटिंग सीन कुछ है, जिसे आप कॉप्लेक्स और डेयरिंग दोनों कह सकते हैं। इस शूटिंग में एक प्रमुख अमेरिकी नेटवर्क की टीवी सिरीज के ग्रुप सेक्स सीन्स को फिल्माया जा रहा है।
उनके पास एक बड़े कागज पर इन हॉलीवुड कलाकारों की सहमति मौजूद है और उसके देखते हुए एलिसिया यह देख रही हैं कि कलाकार कैमरा चलने पर सहज ढंग से शूटिंग में हिस्सा ले पाएं। चेल्सिया सेक्शुअल शब्दावली के बिना कपल को निर्देश देती हैं, “तुम दोनों एक दूसरे को टटोलो नहीं, बल्कि अपने पार्टनर के साथ मसल्स लेवल पर संपर्क स्थापित करो।” इस निर्देश को सुनने के बाद दोनों फिर से स्टेप्स पर काम करते हैं।
एलिसिया और चेल्सिया, जो काम कर रही हैं, उन्हें ही हॉलीवुड में इंटिमेसी कॉर्डिनेटर कहते हैं। महज कुछ ही साल पहले इस तरह के काम के अवसर मौजूद नहीं थे, लेकिन एलिसिया और चेल्सिया जैसे पेशेवरों की मांग मनोरंजन जगत में तेज़ी से बढ़ रही है।
यह एक तरह से मनोरंजन जगत में यौन दुर्व्यवहार को रोकने की बड़ी कोशिशों का हिस्सा है। पहले फाइट कोरियोग्राफर के तौर पर प्रशिक्षण लेने वाली एलिसिया रोडिस बताती हैं, “हमारे पास फ़ाइट सीन्स के लिए स्टंट कोर्डिनेटर, फाइट कोरियोग्राफर होते हैं जो शारीरिक हिंसा के दृश्यों के दौरान कलाकारों का काफी ख्याल रखा करते हैं। लेकिन इंटिमेसी और न्यूडिटी की बात को लोग अहमियत नहीं देते हैं, जबकि ऐसे दृश्यों को फिल्माना भी जोखिम भरी स्थिति होती है। यह निराश करने वाला है।”
अब तक ये माना जाता रहा है कि हॉलीवुड निर्देशकों के निर्देश के बाद कलाकार इंटिमेसी वाले दृश्यों को इंप्रोवाइज करके शूट करते हैं, ऐसे कलाकार से ही उम्मीद की जाती रही है कि वे सीमा से आगे ना बढ़ें। बर्नाडो बर्तुलुकी के साथ 1972 में पेरिस में लास्ट टैंगो फिल्म में काम करने के दशकों बाद मारिया स्केनाइडर ने कहा था कि इस शूटिंग के दौरान वह एक हद तक अपमानित हुईं और ‘लिटिल रेप’ का शिकार हो गई थीं, क्योंकि निर्देशक ने असुरक्षित यौन संपर्क से उन्हें सकते में डाल दिया था। तब वह महज 19 साल की थीं।
हाल ही में, इमिलिया क्लार्क ने गेम्स ऑफ थ्रोन्स के कुछ अश्लील दृश्यों के फिल्मांकन को डरावना बताया था। इमिलिया ने एक इंटरव्यू में बताया था, “मैं फिल्म सेट पर पूरी नग्न थी। ढेरों लोग थे। मुझे नहीं मालूम था कि मुझे क्या करना है। ये भी नहीं मालूम कि मुझसे क्या उम्मीद की जा रही है। मुझे ये भी नहीं मालूम कि आप क्या चाहते हैं। मैं ये भी नहीं जानती थी कि मैं क्या चाहती हूं?”
एसएजी-आफ़्टरा की गाइडलाइंस में प्री प्रोडक्शन स्टेज भी शामिल है, जिसमें इंटीमेसी कॉर्डिनेटर कलाकारों से वन टू वन मुलाकात करते हैं। रिर्हसल से पहले कास्ट्यूम विभाग से सुनिश्चित करते हैं कि कलाकारों को उपयुक्त कपड़े मिल जाएं। इसमें प्रोस्थेटिक और जननांगों को कवर करने के लिए सिलिकॉन पैड और कठोर कपड़े भी शामिल होते हैं। इंटिमेट सीन्स के फिल्मांकन के दौरान कॉर्डिनेटर यह भी सुनिश्चित करते हैं कि सेट बंद हो और यूनिट के सदस्यों की संख्या कम से कम हो। कई बार वो कलाकारों की कोरियोग्राफी में भी मदद करते हैं।
हालांकि इंटिमेसी सुपरवाइज़र की नई भूमिका को अपनाने में इंडस्ट्री में थोड़ा रूखापन भी दिख रहा है। पहली नज़र में निर्देशकों और प्रोड्यूसरों को शूटिंग की रफ्तार धीमी होने का डर है। इसके अलावा वित्तीय चिंताएं भी हैं, क्योंकि स्पेशलिस्ट को अनुबंधित करने से खर्चा बढ़ेगा और छोटे प्रोडक्शन हाउसेज के लिए मुश्किलें बढ़ेंगी।
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