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एडिटर्स च्वाइस

सुशांत सिंह राजपूत | जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध

सुशांत सिंह राजपूत की मौत ने बॉलीवुड के रवैये के साथ साथ कुछ खास परिवारों के वर्चस्व पर सवाल खड़ा कर दिया है। फिल्म इंडस्ट्री के नेपोटिज्म पर बहस शुरू हो गई है।

महाभारत के अर्जुन फिरोज खान जिनका नाम ही काफी है

महाभारत सीरियल से लोगों के दिलों में बस जाने वाले फिरोज खान..माफ कीजिएगा अर्जुन से कौन परिचित नहीं हैं। फिरोज खान साहब को विकीपीडिया भी अर्जुन के नाम से पहचानता है।

मीनाक्षी कपूर जिसने अपने हुनर को ही अपना मकाम बना लिया

मीनाक्षी कपूर एक ऐसी एक्ट्रेस हैं जिन्हें अपने हुनर के बारे में पता है। उन्होंने भले ही फिल्में में काम किया हो लेकिन उनको पता है कि उनको जाना कहां है। वो साफ कहती हैं कि मुझे तो सिर्फ डांसर

लीना कपूर को मिला दबंग 3 में मौका | जानिए कैसे?

लीना कपूर के बारे में कौन नहीं जानता है। लीना कपूर की फिल्म वजह तुम हो एक बेहतरीन फिल्म मानी जाती है। आपको बता दें कि लीना कपूर दबंग 3 का हिस्सा बनी है। लीना कपूर दिल्ली की रहने वाली हैं और विभिन्न भाषाओं के गीतों पर सुपरहिट एलबम में अभिनय कर चुकी हैं। सिर्फ […]

ऐश्वर्या राय की इस वायरल तस्वीर में खड़े शख्स का नाम जानकर होश उड़ जाएंगे!

ऐश्वर्या राय की इस वायरल तस्वीर में खड़े शख्स का नाम जानकर होश उड़ जाएंगे! , सोशल साइट पर ऐश्वर्या राय की इस शख्स के साथ तस्वीर काफी वायरल हो रही है। जिसे देखकर लोगों ने इस शख्स के काले रंग के कारण इसका खूब मजाक उड़ाया। लेकिन, ऐश्वर्या राय बच्चन के साथ खड़ा यह […]

अमिताभ बच्चन ने जब अनिल कपूर से कहा, तुम ब्रेक नहीं ले सकते, जानिए क्यों

अमिताभ बच्चन ने जब अनिल कपूर से कहा, तुम ब्रेक नहीं ले सकते, जानिए क्यों , अभिनेता और निर्माता अनिल कपूर का कहना है कि उन्होंने अपने 38 साल के लंबे करियर में कभी ब्रेक नहीं लिया क्योंकि मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने उन्हें कभी भी ऐसी गलती नहीं करने की सलाह दी थी। अनिल ने […]

संजय मिश्रा जिसने ढ़ाबे पर आमलेट बनाते हुए ज़िंदगी काटी, आज है करोड़ों का मालिक

संजय मिश्रा जिसने ढ़ाबे पर आमलेट बनाते हुए ज़िंदगी काटी, आज है करोड़ों का मालिक  , बॉलीवुड फिल्मों में कैरेक्टर रोल निभाने वाले संजय मिश्रा की फिल्म ‘गेस्ट इन लंदन’ इस सप्ताह रिलीज हो रही है। कम ही लोग जानते हैं कि बतौर एक्टर और कॉमेडियन पहचान बनाने वाले संजय की लाइफ में एक वक्त […]

शोले में जिस आर्दश गांव की कल्पना थी, 43 साल बाद भी वो सिर्फ कल्पना ही है

शोले में जिस आर्दश गांव की कल्पना थी, 43 साल बाद भी वो सिर्फ कल्पना ही है, 15 अगस्त, 1975 को रिलीज हुई ‘शोले’ में रमेश सिप्पी और सलीम-जावेद की जोड़ी ने जिस आदर्श गांव की झलक दिखाई थी, 43 साल भी इस देश में वह आदर्श गांव अब भी संभावना है या सपना कहना मुश्किल है।

बॉलीवुड में कला की जगह फूहड़ता और संवाद की जगह गालियों ने कैसे ले ली?

बॉलीवुड कितना बदल चुका है इसका अंदाजा आपको बंशी विचारक जी के इस लेख से हो जाएगा। वो लिखते हैं, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ग्रामीण अंचलों में शादी के मौकों पर कुछ शगुन गाये जाते थे। विशेषतया वधूपक्ष के यहां महिला संगीत के समय

ओम पुरी जिसने मुफलिसी में रेलवे क्वार्टर में भी शरण ली लेकिन हार नहीं मानी

ओमपुरी जब राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) में अभिनय की बारीकियां सीख रहे थे तो उन्हें उनके साथियों ने हतोत्साहित करने की कोशिश की। चेहरे पर निशान एवं सामान्य कद काठी वाले ओमपुरी को उनके साथी एक ही बात कहते थे, “तुम यहां अपना समय बर्बाद कर रहे हो। कभी कामयाब नहीं हो पाओगे।”