सलिल जामदार | जिसे अपने जुनून पर खुद से अधिक भरोसा है
सलिल जामदार का नया पता Salil Jamdar & Co.
सलिल जामदार | जिसे अपने जुनून पर खुद से अधिक भरोसा है। जुनून और जज्बा आपको कहां ले जाएगा ये सिर्फ आप जानते हैं। ये बात सलिल जामदार पर सटीक बैठती है। सलिल जामदार को आपने शुद्ध देसी गाने के यूट्यूब चैनल पर देखा होगा। कहा जाए तो वो किसी परिचय के मोहताज नहीं है। अच्छी खासी फैन फॉलोइंग है उनकी।
जाहिर है ज़िंदगी में मंज़िलें सिर्फ स्टेशन की तरह होती हैं। एक स्टेशन के बाद दूसरा स्टेशन आना तय होता है। तो अब आपको बता दें कि सलिल जामदार ने अब अपना खुद का यूट्यूब चैनल शुरु किया है। चैनल का नाम है Salil Jamdar & Co.।
शुरूआत अच्छी है और जाहिर है कि उनके फैन उन्हें तलाशते हुए पहुंच रहे हैं। कारवां बढ़ रहा है। गॉसिपगंज ने सलिल जामदार से खास बातचीत की।
गॉसिप गंज- आपको अपना चैनल शुरु करके कैसा लग रहा है। सेटिस्फेक्शन है या फिर अभी भी तलाश जारी है।
सलिल जामदार- काफी सेटिस्फेक्शन है। पहले किसी और के लिए काम करता था और अब अपने लिए करता हूं। मैं सिंगर भी हूं, एक्टर भी हूं, म्यूज़िशियन भी हूं…कहा जाए तो मैं वन मैन आर्मी था जहां मैं पहले काम करता था। लेकिन अगर आपको लॉन्ग टर्म गोल अचीव करने हों तो आपको कुछ अलग शुरु करना पड़ता है। Salil Jamdar & Co. बस वही है।
हां इसके लिए मुझे ब्रेक लेना पड़ा क्योंकि जैसा काम मैं करता हूं वो को मोबाइल या हैंडीकैम से तो शूट होने से रहा और फिर नए सिरे से शुरुआत करनी थी तो अपने फैन्स से थोड़े वक्त के लिए दूर रहा लेकिन अब वापस नए कलेवर के साथ आ गया हूं।
गॉसिप गंज- आप बनना क्या चाहते थे और क्या बने। कभी इस पर भी सोचते हैं या आप शुरु से ही एक्टर बनना चाहते थे।
सलिल जामदार- सच कहूं तो मैं पहले बहुत कन्फ्यूज़ था। मैं आईआईटी की तैयारी कर रहा था। दो बार आईआईटी निकाल भी लिया लेकिन मैं रैंक से संतुष्ट नहीं था। फिर मैं सोमैया कॉलेज से कम्प्यूटर इंजीनियरिंग की। लेकिन मन में एक कसक थी कि कहीं कुछ ऐसा है जो अधूरा छूट रहा है।
दरअसल जब आईआईटी दूसरी बार ट्राइ किया और रैंक वही की वही आई तो मैं थोड़ा निराश हुआ। लेकिन वही मेरा टर्निंग प्वाइंट था। संगीत की ओर पहले से ही रुझान था। इसी बीच मैंने एमबीए भी ट्राइ किया। सेलेक्शन भी हो गया लेकिन कुछ कमी थी जो खल रही थी। मैं समझ गया। मैंने कॉलेज जाना ही छोड़ दिया। दो साल तक क्लासिकल संगीत सीखा। रियाज किया। जगजीत सिंह की गजलें खूब सुनीं और खूब गाईं।
गॉसिप गंज- कुछ दिन तक आपने टीसीएस में भी नौकरी की। कैसा रहा वहां का अनुभव।
सलिल जामदार- दरअसल टीसीएस में जॉब तो कर ली थी लेकिन पता नहीं क्यों लगता था कि मैं इसके लिए नहीं बना हूं। मेरा ऑफिस जाने का मन ही नहीं होता है ठीक वैसे ही जैसे बच्चों का स्कूल जाने का मन नहीं होता है।
खैर जब ये बात मेरे पैरेंट्स को पता चली तो उन्होंने मुझे पूरा सपोर्ट किया। हां मेरे दो दोस्त जो टीसीएस में मेरे साथ थे वो आज भी मुझे पूरा सपोर्ट करते हैं और मेरे काम से काफी खुश हैं।
गॉसिप गंज- अचानक से कैसे आईडिया आया कि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर कुछ कर सकते हैं। आप सीरियल्स या फिल्मों में भी ट्राई कर सकते थे।
सलिल जामदार- डिजीटल में आना बाय चांस था। डिजिटल प्लेटफॉर्म पर आने से पहले मैं मॉडलिंग करता था। बस ऐसे ही मुझे शुद्ध देसी एंडिंग के लिए राइटिंग का ऑफर आया। थोड़े बहुत पैसे कमाने के लिए मैंने लिखना शुरु कर दिया। मेरी स्क्रिप्ट पर जो वीडियो बनीं उनके व्यूज़ ज़बरदस्त आने लगे।
अच्छा फिर मैंने कंपनी में बात की कि भई मैं एक्टर, म्यूजीशियन, सिंगर सब कुछ हूं तो पैरोडी पर कुछ ट्राइ क्यों ना किया जाए। ये बात मैनेजमेंट को समझ में आई और फिर इस तरह शुद्ध देशी गाने लोगों के सामने आ गया।
गॉसिप गंज- अप टाउन फंक की पैरोडी सुना है वन टेक में हुई थी। आपको कैसी तैयारी करनी पड़ी।
सलिल जामदार- नहीं कोई प्रेशर व्रेशर तो नहीं लगा। दरअसल मैं काम शुरु करने के पहले थोड़ा प्रेशर महसूस करता हूं। कैमरा ऑन होने के बाद सारा प्रेशर गायब हो जाता है। हां वो गाना वन टेक में थोड़ा मुश्किल था लेकिन मुझे ऐसा महसूस नहीं हुआ।
गॉसिप गंज- सोशल मीडिया पर आप बहुत एक्टिव रहना पसंद नहीं करते हैं कोई वजह
सलिल जामदार- सोशल मीडिया पर एक्टिव नहीं रहता हूं। दोस्तों के दबाव में मुझे फेसबुक पर अपना पेज बनाना पड़ा। इंस्टाग्राम एकाउंट बनाया और खुश हूं। आज उन पेजेज की वजह से ही मैं अपने फैन्स से जुड़ा हुआ हूं।
गॉसिप गंज- बड़े बड़े कलाकारों के साथ आपने काम किया है। कैसे लगता है जब आप किसी स्टार के साथ शूट कर रहे होते हैं।
सलिल जामदार- मैंने शाहरूख खान की रंग दे तू मोहे गेरूआ पर पैरोडी की थी। मैं सोच रहा था कि अगर शाहरूख खान इसे सुनेंगे तो गुस्सा होंगे। उनकी टीम इस पैरोडी को सुन चुकी थी।
शूट के दिन जब शाहरूख खान सेट पर आए तो उन्होंने पैरोडी सुनी। मैं सोच रहा था कि वो अब गुस्सा होंगे….अब गुस्सा होंगे लेकिन अचानक वो हंस पड़े। बस मैं कम्फर्ट ज़ोन में आ गया।
गॉसिप गंज- जेंडर इक्वालिटी पर नया स्पूफ बनाया है। आईडिया इतना जानदार कैसे लाते हैं आप।
सलिल जामदार- जो ईशूज आते हैं उसे मैं लिख कर रख लेता हूं। दरअसल बॉलीवुड में आइटम सॉन्ग्स का चलन है. बड़ी से लेकर छोटी एक्ट्रेस सब आइटम सॉन्ग्स कर रही हैं। लेकिन ये आइटम सॉन्ग मुझे इरिटेट करता है। कम कपड़ों में एक लड़की नाचती है और उसके चारों तरफ हवस के दरिंदों की तरह कलाकार रहते हैं…(हंसते हुए)…फिर मैंने सोचा क्यों ना खुद पर एक्सपेरिंमेंट किया जाए। शीला की जवानी का आईडिया तभी आया।
सच कहूं तो इस गाने को शूट करते वक्त मैं खुद को काफी अन्कफर्टेबल महसूस कर रहा था। सोचिए लड़कियां जब इस तरह के गाने शूट करती होंगी तो उन्हें कैसा महसूस होता होगा। हर बार की तरह इसमें भी मैंने एक मुद्दा उठाया है।
फीमेल बॉडी को जिस तरह से सिनेमा में आब्जेक्ट बना कर पेश किया जा रहा है वो अपने चरम पर है। ये किसी भी लिहाज से सही तो नहीं कहा जा सकता और मैंने इस पर चोट करने की कोशिश की है।
गॉसिप गंज- चलिए आप बात करके अच्छा लगा। तो चलते चलते आपके फैन्स को आपका ये गाना भी सुना देंते हैं।
सलिल जामदार- क्यों नहीं और मुझ भी आपसे बात करके अच्छा लगा।
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