फिगर से संतुष्ट नहीं थीं इलियाना डिक्रूज़, रोज रात को सोचती थीं इस काम के बारे में
फिगर से संतुष्ट नहीं थीं इलियाना डिक्रूज़, रोज रात को सोचती थीं इस काम के बारे में, इलियाना ने बताया कि वह अपने शरीर की बनावट को लेकर बहुत सोचा करती थीं। फिगर को लेकर परेशान रहती थीं और इसी फिगर को लेकर वह हमेशा दुखी और निराश रहती थीं। इसकी वजह उन्होंने बाद में पता चली। दरअसल वह डिप्रेशन और बॉडी डिस्मॉर्फिक डिस्ऑर्डर से पीड़ित थी। ये बीमारी फिगर को लेकर होती है।
इलियाना ने साल 2012 में अनुराग बासु की फिल्म बर्फी से बॉलीवुड डेब्यू किया था. इसके लिए उन्हें बेस्ट फीमेल डेब्यू का फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला था। इससे पहले इलियाना पोकिरी, जल्सा, किक, जुलाई जैसी कई साउथ इंडियन फिल्मों में काम कर चुकी थीं। बर्फी के बाद वह फटा पोस्टर निकला हीरो, मैं तेरा हीरो, हैप्पी एंडिंग, रुस्तम और बादशाहो जैसी फिल्मों में नजर आ चुकी हैं।
बॉलीवुड एक्ट्रैस ने हाल ही में डिप्रेशन के अपने निजी अनुभव साझा किए हैं. 21वीं विश्व मेंटल हेल्थ कांग्रेस में शामिल हुईं इलियाना ने बताया कि उनकी जिंदगी में ऐसा भी वक्त आया था। जब वह इस कदर अवसाद में थीं कि हर दिन आत्महत्या करने के बारे में सोचती थीं।
उन्हें लगता था कि कोई उन्हें स्वीकार नहीं करेगा। वह बस इतना ही चाहती थीं कि सब उन्हें स्वीकार कर लें। डिप्रेशन के बारे में इलियाना ने कहा, ‘ डिप्रेशन वास्तविक है। ये कोई छल या भ्रम नहीं है। ये दिमाग में होने वाला एक रासायनिक असंतुलन है। इसके इलाज की जरूरत है।
मनोरंजन की ताज़ातरीन खबरों के लिए Gossipganj के साथ जुड़ें रहें और इस खबर को अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और हमेंTwitterपर लेटेस्ट अपडेट के लिए फॉलो करें।