मुमताज़, जिनके पीछे दीवाने हो गए थे शम्मी कपूर, जन्मदिन विशेष

मुमताज़ का नाम बॉलीवुड की बेहतरीन अभिनेत्रियों में शुमार है। उन्होंने कई फिल्मों में अपने अभिनय के जलवे बिखेरे और एक के बाद एक कई हिट फिल्में दीं।

उनका जन्म 31 जुलाई, 1947 को मध्यवर्गीय मुस्लिम परिवार में हुआ। घर की माली हालत खस्ता थी, सो महज 12 वर्ष की उम्र में उन्हें मनोरंजन-जगत में कदम रखना पड़ा।

अपनी छोटी बहन मलिका के साथ वह रोजाना स्टूडियो के चक्कर लगाया करतीं और जैसी चाहे वैसी छोटी-मोटी भूमिका मांगती थीं।

उनकी मां नाज और चाची नीलोफर पहले से फिल्मी दुनिया में मौजूद थीं। लेकिन दोनों जूनियर आर्टिस्ट होने के नाते अपनी बेटियों की सिफारिश करने के योग्य नहीं थीं।

मुमताज़ ने जूनियर आर्टिस्ट से स्टार बनने का सपना अपने मन में संजोया था और उन्होंने यह सच कर दिखाया। अपनी लगन और मेहनत से 70 के दशक में उन्होंने स्टार की हैसियत हासिल कर ली।

उस दौर के कई नामी सितारे, जो कभी मुमताज़ का नाम सुनकर मुंह बनाते थे, वे भी उनके साथ काम करने को बेताब रहने लगे।

सत्तर के दशक तक मुमताज का भी स्टार बनने का सपना सच हो गया था। उन्होंने गुजराती मूल के लंदनवासी मयूर वाधवानी नामक व्यवसायी से 1974 में शादी की और ब्रिटेन में जा बसीं।

शादी के पहले उनका नाम संजय खान, फिरोज खान, देव आनंद जैसे कुछ सितारों के साथ जोड़ा गया था, लेकिन अंत में मयूर पर उनका दिल आ गया।

मुमताज जब 18 साल की थीं, तभी शम्मी कपूर ने उन्हें शादी के लिए प्रपोज किया था। उस समय मुमताज भी शम्मी से प्यार करती थीं।

शम्मी चाहते थे कि मुमताज अपना फिल्मी करियर छोड़कर उनसे शादी कर लें। लेकिन मुमताज के इनकार के बाद शम्मी के साथ उनका प्रेम-संबंध खत्म हो गया।

शादी के बाद भी मुमताज की तीन फिल्में रिलीज हुईं, जिनकी शूटिंग उन्होंने शादी से पहले ही पूरी कर ली थी। फिल्मों के प्रस्ताव हालांकि उन्हें शादी के बाद भी मिलते रहे।

उन्हें 53 वर्ष की उम्र में कैंसर हो गया था। हालांकि, अब इस बीमारी से उन्होंने निजात पा लिया है। अब उन्हें थायराइड संबंधी समस्याएं परेशान कर रही हैं। उनकी दो बेटियां हैं।

मुमताज ने दारा सिंह से लेकर दिलीप कुमार जैसे महान कलाकारों के साथ अभिनय कर सफलता के सोपान चढ़ती चली गईं।

उन्होंने शम्मी कपूर, देव आनंद, संजीव कुमार, जितेंद्र और शशि कपूर जैसे सितारों के साथ काम किया, मगर राजेश खन्ना के साथ उनके काम को सबसे ज्यादा सराहा गया।

कहना चाहिए कि दारा सिंह के बाद मुमताज की जोड़ी राजेश खन्ना के साथ जमी। मुमताज और राजेश की फिल्में देखने के लिए सिनेमाघरों में भीड़ उमड़ती थी। उनकी फिल्म ‘दो रास्ते’ की सफलता के साथ दोनों ने सफलता का एक बड़ा मुकाम हासिल कर लिया।

मनोरंजन की ताज़ातरीन खबरों के लिए Gossipganj के साथ जुड़ें रहें और इस खबर को अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और हमें twitter पर लेटेस्ट अपडेट के लिए फॉलो करें।

You might also like