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ओल्ड इज़ गोल्ड

आर डी बर्मन, जिनके नाम में ही एक संगीत छिपा था ,पंचम

आर डी बर्मन के नाम में ही संगीत छिपा था शायद इसलिए लोग उन्हें पंचम कहते थे। 4 जनवरी 1994 को हिन्दी संगीत जगत सितारे पंचम दा ने अपनी अंतिम सांस ली थी। 27 जून 1939 को कलकत्ता में जन्में पंचम दा सिर्फ 54 साल की उम्र में हज़ारों गाने छोड़ कर इस दुनिया से […]

हृषिकेश मुखर्जी को इस फिल्म के लिए जबरन डेट देने पहुंच जाया करते थे राजेश खन्ना

हृषिकेश मुखर्जी का नाम ज़ुबां पर आते ही फिल्म आनंद घूम जाती है। अशोक कुमार, राज कपूर, दिलीप कुमार, देव आनंद, राजेश खन्ना, अमिताभ बच्चन जैसे अभिनेताओं के साथ फिल्में बनाने वाले हृषिकेश मुखर्जी का सेट पर ऐसा दबदबा होता था कि कोई स्टार न तो नखरे दिखाता था

राज बब्बर जिनके रसिक मिजाजी ने दो महिलाओं की ज़िंदगी में तूफान ला दिया

राज बब्बर की लव स्टोरी ने कई जिंदगियों पर भीतर तक असर डाला। खासकर स्मिता पाटिल और राज बब्बर के बेटे प्रतीक बब्बर की जिंदगी में इस ट्राएंगल ने बुरा असर डाला था। राज बब्बर ने दो शादियां की थी। राज बब्बर और नादिरा दोनों ही नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, दिल्ली के छात्र थे। नादिया राज बब्बर से 4 साल सीनियर थीं। जिस वक्त राज बब्बर थियेटर की दुनिया में अपना पांव जमाने की कोशिश कर रहे थे

किशोर कुमार जब मसूर की दाल खरीद कर चल दिए मसूरी घूमने

किशोर कुमार की सुनहरी आवाज आज भी लाखों संगीत के दीवानों के दिल में बसी हुई है और उसका जादू हमारे दिलों दिमाग पर छाया हुआ है। किशोर कुमार के बड़े बेटे अमित कुमार

माला सिन्हा को जब सेब नहीं मिला तो पूरे दिन शूटिंग ही नहीं की

माला सिन्हा बिना सेब खाए कभी काम शुरू नहीं करती थीं। रामानंद सागर ने उनका सुबह से लेकर शाम तक इंतज़ार किया लेकिन अभिनेत्री अपने मेकअप रूम से बाहर नहीं निकलीं।

करिश्मा कपूर ने राजा हिन्दुस्तानी में दिया था सबसे लंबा किस सीन आमिर के साथ

करिश्मा कपूर ने राजा हिन्दुस्तानी में दिया था सबसे लंबा किस सीन आमिर के साथ , राजा हिंदुस्तानी को 21 बरस के हो गए। राजा हिन्दुस्तानी यानि करिश्मा कपू

एक्ट्रेस साधना को राज कपूर से इस बात पर हो गई थी नफरत, नहीं देखना चाहती थीं शक्ल

एक्ट्रेस साधना जिससे नफरत करती थीं उससे दिल से करती थीं। ऐसा ही एक वाकया है उनका राज कपूर साहब के साथ। उसके बाद वो राज कपूर साहब के साथ फिल्में तो दूर उनकी शक्ल देखना भी पसंद नहीं करती थीं। बहुत ही कम लोग इस बात को

शैलेंद्र जब राज कपूर का गाना अधूरा छोड़ कर चले गए, रोने लगे थे राज कपूर

शैलेंद्र को राज कपूर साहब अपनी आत्मा मानते थे। बात सन 1965 की है। राज कपूर साहब अपनी महत्वाकांक्षी फिल्म “मेरा नाम जोकर” बना रहे थे। इस फिल्म के लिए राज साहब ने अपनी सारी सम्पति दांव पर लगा दी थी। इसकी वजह यह थी कि राज साहब इस फिल्म की कहानी को लेकर बहुत संवेदनशील थे