टाइटेनिक के विलेन का बयान, फिल्म में हीरो को तो मरना ही था!
टाइटेनिक के विलेन का बयान, फिल्म में हीरो को तो मरना ही था! टाइटेनिक के रिलीज के 20 साल बाद आज भी यह चर्चा होती है कि आखिर फिल्म के अंत में जैक (लियोनार्डो) को मरना क्यों पड़ता है जबकि उसकी प्रेमिका रोज़ (केट विंसलेट) बच जाती है। इसी सवाल पर इस फिल्म में रोज़ के मंगेतर कॉल हॉकले का किरदार निभा चुके एक्टर बिली जेन से जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उस (जैक) को तो मरना ही था।
इस बारे में आज भी बहस छिड़ ही जाती है। एक बार फिर यही सवाल जब फिल्म के खलनायक बिली जेन से पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘आपके हीरो को मरना पड़ा। मुझे नहीं पता कि इसके अलावा और क्या हो सकता था। यह तो होना ही था।’
वह कहते हैं कि जैक का किरदार ही ऐसे गढ़ा गया था कि उसे मरना ही था। उनकी इस सोच से फिल्म के डायरेक्टर प्रोड्यूसर भी इत्तेफाक रखते है। जेम्स कैमरुन ने कहा, ‘जवाब बेहद सीधा सा है क्योंकि पेज नंबर 147 पर लिखा है कि जैक मरता है। एकदम आसान।’
उन्होंने कहा, ‘यह एक सरल सी बात है कि यह आर्टिस्टिक च्वाइस (कला की पसंद) है कि फिल्म हीरो को साथ ले जाने के लिए सक्षम नहीं थी जबकि हीरोइन को थी। यह एकदम बचकाना है सच में कि हम 20 साल बाद भी इस बात पर चर्चा कर रहे हैं।’
साल 1997 में रिलीज हुई फिल्म ‘टायटेनिक’ में बिली जेन, केट विंसलेट और लियोनार्डो डिकैपेरियो की मुख्य भूमिकाएं थी। फिल्म के निर्देशक जेम्स कैमरुन थे। फिल्म के आखिरी सीन में हीरो जैक को बर्फीले पानी में मरते हुए दिखाया गया है जबकि लाख परेशानियों को झेलते हुए बार-बार मौत की ओर लौटती हुई उसकी प्रेमिका रोज़ अंत में उस वक्त बच जाती है जबकि आस पास सभी लोग मर चुके है। खैर बात बुरी नहीं है।
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